महेशपुर, २९ कार्तिक । नेपाल–भारत के ठुठीबारी सिमा पर भारतीय कस्टम नेपाली नागरिकाें से अवैध रकम असुल कर रही है । एक तरफ जंहा दोनों ही देश की सरकार रिश्तों में मजबूती देने के लिए तरह तरह की विकासपरक योजनाओं के क्रियान्वयन में लगी हुई है। वही दूसरी तरफ भारत के महराजगंज जनपद के सीमावर्ति बजार ठूठीबारी सिमा पर नेपाली नागरिकों ने अवैध वसूली व दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया है।
उनका आरोप है कि सम्बन्धित कस्टम इंस्पेक्टर के इशारे पर कार्यालय के सामने चेक पॉइंट पर बैठे कर्मी रोजमर्रा की सामानों पर जबरियन अवैध वसूली करने में लगे हुए है और मना करने पर सामान को सीज करने व चालान करने की धमकी देते है। इसकी शिकायत विगत माह रामग्राम नगरपालिका कार्यालय में भी की गई थी जिसमें नेपाली वाहन स्वामियों ने उत्पीड़न की शिकायत की थी।
मिली जानकारी के अनुसार नेपाल नवलपरासी सहित अन्य जनपदों के नेपाली नागरिको ने भारतीय क्षेत्र जनपद महराजगंज के ठूठीबारी स्थित कस्टम पर आरोप लगाते हुए आक्रोश व्यक्त किया है कि उक्त कस्टम के इंस्पेक्टर द्वारा नेपाली भोली भाली जनता को अपने कर्मियों के द्वारा प्रताड़ित कराया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार एक अादमी से २० रूपैया देखि ५० रूपैया भारू तक लिया जा रहा है ।
दोनों देशों ऐतिहासिक रोटी बेटी के सम्बन्धो पर सम्बन्धित कस्टम अधिकारी द्वारा कुठाराघात किया जा रहा है। नवलपरासी के संदीप, अंजू, रिज़वान, मालती, सुशीला, पार्वती, पूनम, दीपमाला, अनारकली, सुनीता, नन्द प्रसाद, कुन्दन, राधेश्याम चौधरी, विक्रम सिंह, रमेश, विश्वम्भर, कुलदीप आदि ने बताया कि रसोई से सम्बंधित किराना आदि की खरीददारी कर जब कस्टम कार्यालय पंहुचा जाता है तो चेकिंग के बहाने उन्हें रोक सुविधा शुल्क की मांग की जाती है और ना देने पर सामान को सीज करने व चालान करने की धमकी दी जाती है।
वही कस्टम इंस्पेक्टर से शिकायत करने पर बाहर ही समझने की बात कह अपना पल्ला झाड़ लिया जाता है। बताते चले कि विगत माह रामग्राम नगरपालिका मेयर नरेन्द्र गुप्ता ने भी भारतीय सुरक्षा कर्मियों द्वारा नेपाली वाहन स्वामियों के उत्पीड़न की शिकायत की थी। इस बावत कस्टम इंस्पेक्टर मनोज त्रिपाठी का कहना है कि आरोप गलत है। इसकी जांच कराई जाएगी।